जिलाधिकारी की पत्रकारों से चर्चा; बाढ़ से होने वाले नुकसान को रोकने हेतु कार्ययोजना एवं ठोस उपाय किये जायेंगे - अजीत कुंभार
अकोला - भारी बारिश या अतिवृष्टि के कारण नदी, नालों, नालों में बाढ़ आने से फसलों और संपत्ति को नुकसान होता है। बाढ़ से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए स्थायी उपाय करने के लिए अकोला जिले के लिए एक कार्य योजना बनाई जाएगी ऐसा प्रतिपादन जिलाधिकारी अजीत कुंभार ने किया ।
अजीत कुंभार द्वारा मंगलवार को अकोला के जिलाधिकारी पद का पदभार संभाला। इस अवसर पर वे आज जिला नियोजन भवन में आयोजित संवाददाता सम्मेलन में बोल रहे थे।
पदभार संभालने के बाद पहले दिन कुंभार ने भारी बारिश से प्रभावित इलाके का निरीक्षण किया। उन्होंने इसकी जानकारी देते हुए कहा कि भारी बारिश से होने वाले नुकसान को रोकने के लिए स्थायी ठोस उपाय करना जरूरी है। इस संबंध में सितंबर तक कार्ययोजना को अंतिम रूप दे दिया जाएगा। जिले के अतिवृष्टि प्रभावित क्षेत्रों में नुकसान के पंचनामे की प्रक्रिया तेज हो गयी है और यह तीन से चार दिनों में पूरी हो जायेगी। इसी प्रकार सानुग्रह अनुदान का वितरण भी तेजी से पूरा किया जायेगा।
उन्होंने आगे कहा कि भविष्य में आचार संहिता के कारण जिला योजना समिति की धनराशि समाप्त नहीं होनी चाहिए। इस हेतु सभी नियोजित विकास कार्य शत-प्रतिशत पूर्ण किये जायेंगे। हम जिले में कृषि समस्याओं के समाधान के लिए जलयुक्त शिवार, पोकरा जैसी विभिन्न कृषि योजनाओं के प्रभावी कार्यान्वयन पर ध्यान केंद्रित करेंगे। डॉ पंजाबराव देशमुख कृषि विश्वविद्यालय जैसा प्रमुख संस्थान अकोला में स्थित है। वहां की तकनीक और शोध के जरिए हम अगले दौर में भी सकारात्मक बदलाव लाने की कोशिश करते रहेंगे।अकोला में सुपर स्पेशियलिटी अस्पताल, थिएटर, सांस्कृतिक विरासत स्थल आदि और सभी नागरिक और बुनियादी ढांचे से संबंधित कार्य पूरे किए जाएंगे। हम सभी आवश्यक कार्यों के लिए सरकार से संपर्क करेंगे।' उन्होंने आश्वासन दिया कि योजना के अनुरूप कार्यों को पूरा करने के लिए प्रशासन में गतिशीलता लायी जायेगी।
उन्होंने मुंबई नगर निगम में रहते हुए स्कूल पास की संख्या बढ़ाने के लिए लागू किए गए 'मिशन एडमिशन' अभियान, टैरेस गार्डन, कौशल विकास कार्यक्रम आदि के बारे में भी जानकारी दी।। इस अवसर पर पत्रकार बडी संख्या मे उपस्थित थे।