प्रति बूंद अधिक फसल : राष्ट्रीय कृषि विकास योजना एवं मुख्यमंत्री सतत कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से अकोला जिले के 3519 किसान सूक्ष्म सिंचाई से लाभान्वित

प्रति बूंद अधिक फसल : राष्ट्रीय कृषि विकास योजना एवं मुख्यमंत्री सतत कृषि सिंचाई योजना के माध्यम से अकोला जिले के 3519 किसान सूक्ष्म सिंचाई से लाभान्वित

अकोला - राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत किसानों को सूक्ष्म सिंचाई हेतु अनुदान दिया जाता है। वर्ष 2022-23 में जिले के 3519 किसानों ने कृषि विभाग के माध्यम से इस योजना का लाभ लिया है और इसके लिए किसानों को एक करोड़ 89 लाख 78 हजार 751 रुपये का अनुदान प्रदान किया गया है  

  सूक्ष्म सिंचाई के कारण उपज में वृद्धि और पानी की बचत

किसानों की आय दोगुनी करने के उद्देश्य से कई योजनाएं बनाई गईं। इन्हें प्रभावी ढंग से लागू कर किसानों को 'प्रति बूंद अधिक फसल' के लक्ष्य की ओर बढ़ने के लिए सूक्ष्म सिंचाई का विकल्प दिया गया। यह ड्रिप और धुंध सिंचाई सेट प्रदान करता है। कृषि विभाग द्वारा क्रियान्वित राष्ट्रीय कृषि विकास योजना के अन्तर्गत ड्रिप एवं मिस्ट सिंचाई प्रणाली के प्रयोग को प्रोत्साहित किया जाता है। इससे किसानों की उत्पादन लागत बचती है और पानी की भी बचत होती है। साथ ही संभावित मिट्टी के कटाव या भूमि संघनन को रोका जा सकता है।

3519 किसानों को लाभ मिला

इस योजना के तहत वर्ष 2022-23 में 556 लोगों को ड्रिप इरिगेशन सेट तथा वर्ष 2022-23 में 2963 लोगों को फ्रॉस्ट इरिगेशन सेट दिए गए हैं, जिला अधीक्षक कृषि अधिकारी शंकर किर्वे ने बताया. ड्रिप सिंचाई प्रणाली   के लिए जिले में किसानों के 1801 आवेदन आए थे । इनमें से वर्तमान में 556 को स्वीकृत किया जा चुका है और अनुदान का वितरण भी किया जा चुका है। शेष 630 आवेदनों की जांच की जा रही है, केवल 85 आवेदनों को निरस्त किया गया है। 

साथ ही पाला सिंचाई सेट के लिए 6885 आवेदन प्राप्त हुए। जिनमें से 2963 आवेदनों को स्वीकृत कर अनुदान वितरण भी किया जा चुका है। जबकि 3241 आवेदन प्रक्रियाधीन हैं। ठिबक सांचा के लिए 56 लाख 46 हजार 857 एवं तुषार सांचा के लिए एक करोड़ 33 लाख 31 हजार 893 स्वीकृत कर स्वीकृत आवेदकों को वितरित किया जा चुका है।

संक्षेप में जिले के 3519 किसान अब सूक्ष्म सिंचाई की ओर मुड़े हैं और इससे निश्चित रूप से उनका उत्पादन बढ़ाने में लाभ होगा।

इस प्रकार है योजना

 इस योजना के तहत किसानों को ड्रिप और फ्रॉस्ट इरिगेशन सेट के लिए सब्सिडी दी जाती है।   इसमें से 55 प्रतिशत अनुदान राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से तथा 25 प्रतिशत अनुदान मुख्यमंत्री सतत कृषि सिंचाई योजना से छोटे जोत वाले किसानों को दिया जाता है। 

जबकि बहु जोत वाले किसानों को राष्ट्रीय कृषि विकास योजना से 45 प्रतिशत और मुख्यमंत्री सतत कृषि सिंचाई योजना से 30 प्रतिशत अनुदान मिलता है। साथ ही इस योजना में बिरसा मुंडा कृषि क्रांति योजना एवं डॉ. बाबासाहेब अम्बेडकर कृषि स्वावलबन योजना में 90% अनुदान का लाभ देकर दिया जाता है।

लाभार्थी चयन की पारदर्शी विधि

इस योजना का लाभ उठाने के लिए,   आवेदन प्रक्रिया महाडीबीटी वेबसाइट से 24X7 शुरू होती है।पूरी प्रक्रिया ऑनलाइन है और हार्ड कॉपी जमा करने की आवश्यकता नहीं है। लाभार्थी चयन के लिए पारदर्शी तरीके से ऑनलाइन लॉटरी सिस्टम चलाया जाता है। 5 हेक्टेयर तक लाभ दिया जाता है। राशि सीधे किसान के आधार से जुड़े बैंक खाते में जमा की जाती है। यह सब्सिडी सभी फसलों के लिए उपलब्ध है।

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