होटलों, रेस्टोरेंट्स की 'मेन्यू' में साबुत अनाज शामिल करें - खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग की अपील
अकोला - अन्तर्राष्ट्रीय अनाज वर्ष के अवसर पर खाद्य एवं औषधि प्रशासन विभाग ने अपील की है कि जिले के होटल व्यवसायी एवं रेस्टोरेंट चलाने वाले अपने भोजन सूची (मेन्यू) में साबुत अनाज से बने खाद्य पदार्थों को शामिल करें।
जैसा कि संयुक्त राष्ट्र द्वारा घोषित किया गया है, राज्य 2023 के पोषक अनाज का अंतर्राष्ट्रीय वर्ष मना रहा है। पौष्टिक अनाजों में ज्वार, बजरी, रागिनी, वरई, कोदो, कुटकी, सावा, राला और चौलाई जैसी फसलें शामिल हैं।
ये सभी पौष्टिक अनाज आयरन, कैल्शियम, जिंक, आयोडीन जैसे सूक्ष्म पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं और ग्लूटेन मुक्त होते हैं। पौष्टिक अनाज दस्त, कब्ज और आंत्र रोगों को रोकता है।
इसके अलावा, चूंकि इस अनाज का ग्लाइसेमिक इंडेक्स कम है, यह मधुमेह, हृदय रोग, एनीमिया, उच्च रक्तचाप विरोधी है। पौष्टिक अनाज आधारित खाद्य पदार्थ आहार में अद्वितीय महत्व रखते हैं क्योंकि वे कैल्शियम की कमी को पूरा करने में सक्षम होते हैं।
पौष्टिक अनाज के अंतर्राष्ट्रीय वर्ष के अवसर पर लोगों के आहार में पौष्टिक अनाज की मात्रा बढ़ाने के लिए पौष्टिक अनाज को बढ़ावा देने और प्रचारित करने की आवश्यकता है।
अनाज के उपयोग से उपभोक्ताओं को पौष्टिक भोजन प्राप्त करने में मदद मिलेगी, जिससे उन्हें अच्छा स्वास्थ्य बनाए रखने में मदद मिलेगी।
इसलिए खाद्य एवं औषधि प्रशासन के सहायक आयुक्त सागर कुमार तेरकर ने जिले के सभी होटलों व रेस्टोरेंट में तैयार व बेचे जाने वाले भोजन में ज्वार, बाजरी व अन्य अनाज का उपयोग करने की अपील की है।